शहर के 24 मार्गों में बस सेवा बाधित रही इससे डेढ़ लाख से अधिक शहरवासी परिवहन सुविधा के लिए इधर से उधर भटकते रहे।सिटी बसों के चालक-परिचालक आइएसबीटी बैरागढ़ और बागसेवनिया डिपो पर एकत्रित हुए। इस दौरान हिट एडं रन मामले में बनाए गए नए कानून को वापस लेने का लेकर प्रदर्शन किया। हालांकि बस आपरेटरों ने चालकों को समझाने का भी प्रयास किया चेतावनी भी दी।
हिट एंड रन के मामले में सोमवार को शहर में बीसीएलएल की बसों के पहिए थमे रहे। नगर निगम के डिपो से 368 बसें बाहर नहीं निकली। इस दौरान बस चालकों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी किया और काम बंद रखा।
जिससे शहर के 24 मार्गों में बस सेवा बाधित रही, इससे डेढ़ लाख से अधिक शहरवासी परिवहन सुविधा के लिए इधर से उधर भटकते रहे।सिटी बसों के चालक-परिचालक आइएसबीटी, बैरागढ़ और बागसेवनिया डिपो पर एकत्रित हुए। इस दौरान हिट एडं रन मामले में बनाए गए नए कानून को वापस लेने का लेकर प्रदर्शन किया। हालांकि बस आपरेटरों ने चालकों को समझाने का भी प्रयास किया, चेतावनी भी दी।

लेकिन इसका उन पर कोई असर नहीं हुआ और कोई भी चालक बस चलाने के लिए तैयार नहीं हुआ। आपरेटरों ने कहा कि यह तो राष्ट्रीय मामला है, तुम लोग कौन सा हाइवे में चलते हो। इस पर बस चालकों का कहना था कि हादसे तो कहीं भी हो जाते हैं।

ऐसे में हमारे पास इतनी रकम भी नहीं कि इतना मोटा जुर्माना भर सके और बिना गलती जेल की सलाखों में उम्र बितानी पड़े।कोचिंग के छात्र और नौकरीपेशा हुए परेशानबसों के पहिए थमने से वैसे तो शहर में डेढ़ लाख से अधिक यात्री प्रभावित हुए।

लेकिन सबसे अधिक परेशानी कोचिंग जाने वाले छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को हुई। आसपास के जिलों से भी बसें भोपाल नहीं पहुंची, जिससे अधिकतर सड़कें सूनी रहीं। इधर एक जनवरी होने की वजह से शहरवासी नया वर्ष मनाने के लिए पर्यटन स्थल और मंदिरों में घूमने के लिए सिटी बसों के सहारे थे। लेकिन स्टाप पर लोग इंतजार करते रहे और बसें नहीं पहुंची। जिससे उन्हें मायूस होकर घर वापस लौटना पड़ा