भारतीय बॉक्सिंग की स्टार खिलाडी और 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन, मैरी कॉम ने बुधवार रात बॉक्सिंग रिंग से संन्यास लेने का ऐलान किया। एक इवेंट के दौरान किए गए इस ऐलान में, मैरी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नियम उन्हें आगे खेलने की परमिशन नहीं देते हैं।

भारतीय की शान कही जाने वाली और बॉक्सिंग की स्टार खिलाडी मैरी कॉम ने बॉक्सिंग रिंग से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। दरअसल मैरी ने बताया कि उन्हें इंटरनेशनल मुक्केबाजी संघ के नियमों के कारण आगे के कंपीटीशन में हिस्सा नहीं लेने की अनुमति नहीं है। मैरी कॉम ने बॉक्सिंग की दुनिया में अपना करियर 2000 में शुरू किया था। वहीं मैरी कॉम का आखिरी मुकाबला कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के ट्रायल के दौरान हुआ था।

गर्व के साथ करियर का समापन:

मैरी कॉम ने इस ऐलान के बाद अपने शानदार बॉक्सिंग करियर का समापन किया। और गर्व से भरी आँखों से कहा की, “मैंने अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर लिया है।” आपको बता दें मैरी कॉम का आखिरी मुकाबला कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के ट्रायल के दौरान हुआ था, जहां उनका घुटना मुड़ गया था।

इंटरनेशनल नियमों की रोक:

मैरी ने बताया कि उन्हें इंटरनेशनल मुक्केबाजी संघ के नियमों के कारण आगे के कंपीटीशन में हिस्सा नहीं लेने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा, “मुझमें अब भी कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेने की भूख है, लेकिन इंटरनेशनल मुक्केबाजी संघ के नियम ऐसा करने की इजाजत नहीं देते हैं।” मैरी कॉम का बॉक्सिंग में उच्च स्तरीय करियर 2000 में शुरू हुआ था।

अपना करियर 2000 में शुरू किया था:

मैरी कॉम ने बॉक्सिंग की दुनिया में अपना करियर 2000 में शुरू किया था और उसके बाद ही उन्होंने बार-बार अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने महिला बॉक्सिंग के क्षेत्र में कई अद्भुत कार्य किए हैं और 6 बार विश्व चैम्पियन बनने का मुकाम हासिल किया।

मैरी कॉम ने अपने करियर के दौरान कई बड़े खिलाड़ियों को हराया और भारत का नाम दुनिया भर में रोशन किया। उन्होंने ओलंपिक्स में भी भारत का परिचय रोशन किया और देश के लिए स्वर्ण पदक जीता।

मैरी ने अपने संन्यास के मौके पर बॉक्सिंग के प्रशिक्षण देने का भी ऐलान किया है और वह आगे भी इस क्षेत्र में युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा से ही जानती थी कि एक दिन मुझे संन्यास लेना होगा, लेकिन मैं अब भी बॉक्सिंग के क्षेत्र में जुटी रहूंगी और युवा खिलाड़ियों को सिखाऊंगी कि कैसे वे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल हो सकते हैं।”