मध्य प्रदेश: शहडोल जिला चिकित्सालय परिसर में 13 फरवरी की सुबह किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मुख्यमंत्री के नाम से एक शिकायती पत्र चिपकाया गया। पत्र में जिला मुख्यालय स्थित एक निजी अस्पताल के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वहीं जब जिस प्राईवेट हॉस्पिटल की शिकायत लिखी गई थी उन्हे इसकी सूचना मिलते ही उनके ही कर्मचारी द्वारा कुछ ही देर में इस पत्र को पूरे जिला अस्पताल परिसर से निकलते हुए देखा गया। तथा निजी अस्पताल वाले अपनी गलती को छुपाते नजर आए वह सबूत मिटाते नजर आए।

पत्र में कहा गया है कि उक्त निजी अस्पताल में डायलिसिस के दौरान कई मरीजों की जान चली गई है। डायलिसिस करने वाला व्यक्ति, गणेश कुशवाहा, न तो योग्य है और न ही उसके पास कोई अनुभव या डिग्री आदि है। नियमों को ताक पर रख कर हो रहा काम अस्पताल में काम मरीजों की जान राम भरोसे हैं।

पत्र में यह भी कहा गया है कि उक्त निजी अस्पताल में एक महिला की डिलेवरी के दौरान यून्टर फट गया था, जिसके कारण उसकी जान चली गई। दो साल पहले भी इसी अस्पताल में एक महिला की डिलेवरी के बाद उसकी मृत्यु हो गई थी। तथा इस अस्पताल के डॉक्टर वह मेनेजमेंट ने केस रफा दफा कर दिया था।

पत्र में जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। कहा गया है कि सीएमओ एमएस सागर भ्रष्ट अधिकारी हैं और उन्होंने उच्च न्यायालय के आदेशों की भी अवहेलना कर उनका भी पालन नहीं किया।

अज्ञात ने लगाई मुख्यमंत्री से मदद की गुहार!

पत्र में मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है कि वे उक्त निजी अस्पताल और जिला स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जांच करवाएँ और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें।

पुलिस ने युवती की आत्महत्या का मामला दर्ज कियाः

अमलाई थाना क्षेत्र में एक युवती ने 2 सितंबर 2022 को थाने के सामने खुद को आग लगा ली थी। युवती ने एक पटवारी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की शी।

शहडोल संभाग में आमजनता न्याय के लिए दर-दर भटकते!

पत्र में यह भी कहा गया है कि शहडोल संभाग के अधिकारी अफसरों के यहाँ आमजनता के साथ न्याय नहीं होता है। पुलिस और प्रशासन की ओर से भी आमजनता की शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया जाता है।

क्या लिख फआईआर में?

राजेश कुमार विशनदासानी, निवासी पेट्रोल पंप, बुढार, रोड, गोरतरा, शहडोल, मध्य प्रदेश का दिनांक 29.12.2021 का अभ्यावेदन माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जी के कार्यालय में प्राप्त हुआ है, जिसमें उन्होंने राम हास्पिटल के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी की मृत्यु हो जाने के मामले में आवश्यक कार्यवाही कराने का अनुरोध किया है।

यह घटना शहडोल में चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था और पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा करती है। मुख्यमंत्री से अज्ञात व्यक्ति द्वारा पत्र के जरिए आग्रह किया गया की वे इस मामले में त्वरित कार्यवाही करेंगे और दोषियों को सजा कड़ी से कड़ी दिलाएंगे।