बिहार: जिला दरभंगा के जाले थाना क्षेत्र का है मामला जिसमें में एक व्यक्ति की मौत उसके ससुराल में संदेहास्पद स्थिति में हो गयी। मृतक की पत्नी मनीषा व पिता विपिन राय ने ससुराल वालों पर बेटे को जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए लोगों के विरुद्ध थाना में शिकायत पत्र दिया है।

क्या है पूरा मामला

थाना अध्यक्ष महोदय जाले थाना जिला- दरभंगा निवेदन पुर्वक कहना है। कि मैं विपीन कुमार राय पिता लालन राय ग्राम पोस्ट वरना थाना कुसेश्वर स्थान जिला दरभंगा का स्थायी निवासी हूँ। मेरे पुत्र विकास कुमार राय उम्र 24 वर्ष का विवाह एक वर्ष पूर्व ग्राम रेवड़ा थाना जाले जिला दरभंगा में हुआ । दिनांक 31.3.2024 दिन रविवार को मेरे पुत्र विकास कुमार राय एवं पुत्र वघु मनिषा देवी दोनो साथ मोटर साइकिल BR 07 AB 4333 से रेवडा आया। शाम 8 बजे मेरा पुत्र फोन द्वारा बताया कि हम लोग ठीक ठाक से पहुंच गए। पुनः रात्री 8 बजे मेरा पुत्र फोन द्वारा बताया कि पापा जब से पानी पिया हूँ तब सर चकरा रहा है सुबह दिनांक 1.4.2024 दिन सोमवार 8 बजे मेरी पुत्र वधु मुझे फोन से बोली पापा विकास कुछ नहीं बोल रहा है। और न ही उठ रहा है। में बोला किसी डाक्टर से दिखाओ 9 बजे फोन आया कि विकास मर गया मेरी पुत्र वधु मनिषा देवी अपने रिश्तेदार के साथ विकास का शव लेकर वरना कुशेश्वर स्थान अपने घर ले आया में दिनांक 02-4-2024 को दिल्ली से अपने गाँव वरना आया और अपने पुत्र का शव लेकर उप महानिरिक्षक महोदय दरभंगा गया जहाँ श्रीमान, के आदेश पर शव का पोस्टमार्टम करवाया गया

मेरे पुत्र विकास कुमार राय की हत्या जहर देकर हुई है हमें शक है की इसमें मेरे पुत्र का ससुर (1) अशोक राय पिता का नाम मालुम नहीं है (2) ममता देवी पति अशोक राय ग्राम- रेवड़ा थाना- जाले जिला दरभंगा (3) मनिष राय पिता का नाम मालुम नहीं है (4) माला देवी पति मनिष राय सविनय शुभंकर पुर थाना नगर थाना जिला दरभंगा एवं अन्य के द्वारा हत्या कर दिया गया

अतः श्रीमान, से प्रार्थना है। कि अपने स्तर से कानूनी कारवाई करने की कृपा की जाए ताकि मुझ गरीब को न्याय मिल सके

मनीषा कहा मुझे इंसाफ दिलाओ

मनीषा के बयान देते हुए बताया उनके माता का नाम है ममता देवी और पिता अशोक राय घर में आने के लिए फोन किया और घर में आने का निमंत्रण दिया हम दोनों खाना खा रहे थे। खाना खाकर खाना विकास राय कहीं काम चले गए हमें दोबारा फोन आया तो वह आने के लिए दबाव बनाने वालों की आ जाओ और मेरे पति का वहां जाने का मन नहीं था

ममता देवी और पिता अशोक

जब हमने माना कर दिया तब उन्होंने मेरे पति को फोन किया उनसे फोन पर क्या बात हुई होगी इतना तो नहीं बता सकते जब काम कर कर आए तो वह गाड़ी वगैरह धोने लगे हम हमें बोल के जूता वगैरा निकाल दो और हमें कहीं जाना है फिर मैंने कहा कि हमें आपके घर यानी कि अपने ससुराल जाना है। 31 मार्च दिन रविवार को शाम 5:00 बजे ससुराल के लिए निकले वहां पहुंचकर मेरे पति ने अपने पिता को फोन किया कि हम ठीक-ठाक पहुंच गए हैं खाना बनाया हुआ था चावल रोटी और मीट था हम बोले बात किसके लिए बनाए हो चावल निकाल कर अपने पति को खाने के लिए दे दिए मेरे पति ने बोला कि तुम मेरे साथ खाओ तब मैं खाना खाऊंगा उन्हीं की थाली में से खाना खाया पहले मैंने खाया फिर मेरे पति ने खाया करीब 9:30 बजे तक खाना खाया. थोड़ी देर में मेरे पति सर दर्द की शिकायत करने लगे हमसे सर दर्द की दवाई मांग रहे थे हम बोले हमारे पास सर दर्द की कोई दवाई नहीं है अभी इतना बात होने के बाद उन्हें थोड़ा-थोड़ा बुखार आने लगा एक दवाई किसने दिया होगा कुछ पता नहीं चल पाया अभी कौन सी दवाई खाई कौन सी नहीं कुछ पता नहीं चल पाया पानी भी हमने उनको नहीं दिया था किसी और ने ही दिया था ससुराल के सदस्य ने के बाद उनको बहुत सिर दर्द करने लगा और अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई उनको उल्टी आना शुरू हो गया मनीषा ने पूछा कि आपको क्या हुआ उन्होंने बोला कि थोड़ा कुछ गैस बन गया होगा इसलिए दिक्कत आ रही है मनीषा के पिताजी ने रात को डॉक्टर को फोन किया। डॉक्टर ने पूछा क्या हुआ है। नमक वाला पानी पी लीजिए फिर उनको एक बार उल्टी हुआ कई बार उल्टी हुई यह देखकर हम घबराने लगे फिर अपने पति को लेकर अपने कमरे में आए अपने ससुर को 11:00 बजे फोन किया तो उन्होंने नहीं उठाया मनीष की मम्मी वह फोन इसलिए नहीं उठा पा रहे होंगे कि वह सो सो चुके होंगे तक के आए होंगे काम करके

इसके बाद उनकी तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ने लगी हमें प्यास लगा और हम पानी पीने के लिए चले गए मेरा भी माथा घूम रहा था और बहुत ज्यादा प्यास लग रही थी मेरे पति बोले मत जओ कि हम अभी मेरे पास ही बैठो मम्मी ने बोला तुम मत जाओ मैं पानी लेकर आता हूं मैं खुद ही पी लूंगी फिर भी वह बोले मैं आदित्य हूं गिलास पानी हमें लिया कर दिए माताजी एक बार मेरे पति को भी पानी दिया था पीने के लिए आसपास में झाड़ू करने वाले भाई थे कोई उनसे झाड़ू करवाया फिर वह तबीयत थोड़ी ठीक बताने लगे फिर पहले के लिए बाहर गए घर से फिर अंदर आए बहुत ज्यादा नींद आने लगी और फिर घूम रहा था पति भी बोल भी हमें बहुत ज्यादा नींद आ रही है मेरी मम्मी बार-बार बोल रही थी कि तू सो जा तू सो जा बोले कि हम इतनी जल्दी नहीं सोएंगे हमने गेट लगा दिए थे फिर से पानी पीने निकल गए मेरी मम्मी बोली गेट खुला ही रहने दो मैंने बोला हमें गेट लगाकर सोने की आदत है और अपने ससुराल में भी ऐसे ही सोते हैं

मनीषा अपने पति विकास के साथ

पति की तबीयत गड़बड़ थी हम कुछ समझ नहीं पाए कि आप क्या मिलाकर पिलाया है क्या नहीं पिलाया है कुछ नहीं कह सकते मनीषा की मम्मी ने बोला हम सो रहे हैं तुम भी सो जाओ मेरे पति ने भी बोला कि सो जाओ हम सो रहे हैं।
जब हम सो गए थे हमें कुछ नहीं पता उनके साथ क्या हुआ क्या नहीं हम जिस तरीके से सोए थे इस तरीके से मेरे पति भी सोए थे 7:00 जब हम उठे अपने पति को उठाने लगे परंतु वह नहीं उठ रहे थे तब हम बहुत कुछ डर गए थे कि क्या हुआ और वह उठ नहीं पा रहे थे आसपास के लोगों को बुलाया मोबाइल पता नहीं कहां था मेरा मोबाइल भी नहीं पता चला कहां है नहीं उठे रहे तो अपने ससुराल वालों को बताने के लिए फोन ढूंढ रहे थे बहुत देर तक ढूंढने के बाद 9:00 के लगभग हो गए होंगे अपने ससुर पापा को बोला कि यह नहीं उठ रहे हैं देखिए क्या हो गया है मेरे ससुर मुझे 7:00 फोन किए थे मेरा फोन न मिलने की वजह से उनका फोन नहीं उठा पाए थे
हम दोबारा ससुर को फोन किया और बताया कि विकास जी नहीं उठ रहे हैं मेरे ससुर वीडियो कॉल के लिए शायद बोल रहे थे लेकिन हम अभी ध्यान नहीं दे पाए और अपनी मम्मी पापा को बोल रहे थे कि इन्हें अस्पताल लेकर ले जाया जाए बहुत जिद करने के बाद से गाड़ी आया फिर हमें हम अपने पति को लेकर अस्पताल गए हमने बोला कि क्या हुआ है और वह बोल रहे थे कि वह ठीक है और हमें टच भी नहीं करने दिया जब हम दरभंगा सिटी अस्पताल पहुंचे तब मेरे मामा आए हुए थे और उनके साथी तब उन्हें आज डॉक्टर द्वारा आईसीयू में ले जाया गया तकरीबन आधा घंटा बाद डॉक्टर बाहर लेकर निकले फिर हम अपने मम्मी पापा से पूछे कि इन्हें क्या हुआ वह बोले कि ठीक है उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में एडमिट नहीं किया है किसी दूसरे में करते हैं उसे वक्त भी मैंने अपने ससुर से बात की तो वह भी फोन पर थे वह पहले से ही अमृत हो चुके थे और हमें जो मम्मी पापा द्वारा धोखे में रखा गया और हमें नहीं बताया गया कि मेरा पति गुजर चुके हैं। हमें एक जगह रोड पर साइड को लेकर गए मुझे और मेरे पति को एक गाड़ी में रख दिया मेरे मम्मी और पापा उतर गए थे हमारे साथ आए थे आस पड़ोस से वह कोई भी नहीं दिखा उसे टाइम एक आदमी था पूछा कि मेरे पापा कहां है उन्होंने बोला कि वह आ रहे हैं बैठे-बैठे वे इंतजार करते रहे बहुत देर तक इंतजार के बाद हम डीएमसी एच हॉस्पिटल दरभंगा लेकर आए तो हम अपने पति के साथ अकेले थे उतारने के बाद मेरे हस्बैंड उसमें अकेले बैठे हुए थे और मैं मनीषा भी उसमें बैठी हुई थी तो मेरे घर से मेरी नन्द का फोन आया और वह बोल रहे थे कि मर गए हैं बार-बार यह बोल रहे थे धड़कन पर हाथ रख तो धड़कन नहीं चल रही थी फिर मेरे ससुर पापा का फोन आया हमने बताया कि जो विकास है मेरे पति हैं वह इस दुनिया में नहीं रहे और मनीषा ने लगाई इंसाफ की गुहार अब मेरी मम्मी ने बोला की बेटी तू नानी के घर आजा हम बोले कि नहीं हम अपने ससुराल जा रहे हैं हम अकेले थे हमारे साथ कोई नहीं था और फिर हम अपने पति विकास को साथ लेकर एंबुलेंस में अपने ससुराल आ गए जब सुबह हुई तो उनके गले पर निशान थे उनके सीने पर भी निशान थे गार्डन कान के पास से कहीं फुला हुआ था जैसे ही गर्दन को घूम रहे थे वैसे ही घूम रहे थे इसलिए सीधा-सीधा यह कह सकते हैं कि उनको कुछ खिलाकर मार दिया गया है। उनकी हत्या कर दी गई है ससुर मेरे घर आए और उनका पोस्टमार्टम के लिए लेकर चले गए अभी तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं आई है रिपोर्ट आने के बाद पूरा खुलासा होगा।

 

 

 

 

 

 

 

मनीषा ने सरकार से लगाई इंसाफ की गुहार

मनीषा ने कहा कुछ भी हो मुझे इंसाफ के मेरे ही घर वालों ने मेरे पति को जहर देकर उनकी हत्या कर दी आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज हो और उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो यही मेरी अपील है।

 

 

 

 

 

ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट