ऐसी ही एक मिसाल बुलन्दशहर की तहसील स्याना के छोटे से गांव रघुनाथपुर से देखने को मिली है, ग़रीब किसान के बेटे पवन कुमार ने साबित कर दिया है कि जिनके हौसले बुलंद हों उनके सामने मुश्किलें भी अपने घुटने टेक देती हैं ।पवन कुमार ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर 239 वी रैंक हासिल की है पवन कुमार कच्चा मकान और पॉलीथिन के छप्पर में रहते हैं और बेहद गरीबी में पालन पोषण हुआ है पवन कुमार को तीसरे प्रयास में कामयाबी मिली है देखिए बुलंदशहर से गैरीबों के हौसलें बुलन्द करती ये खास रिपोर्ट

वी ओ :-1 आप को बेता दें कि पवन कुमार के पिता एक किसान हैं जिनके पास 4 बिगा ज़मीन है जिस पर खेती व मजदूरी कर उन्होंने परिवार को संभाला है चार बीघा कृषि भूमि और एक कच्चा छप्पर डला मकान ही है इस परिवार की कुल संपत्ति है , पवन कुमार बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थे और पढ़ लिख कर परिवार की गरीबी हमेशा के लिए दूर करना चाहते थे क्यों की शिक्षा ही गरीबी दूर करने का एक मात्र विकल्प है l छप्पर में रह कर पढ़ाई करने वाले पवन की सफलता से परिवार में खुशी का माहौल है और बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है ।

वी ओ :- 2 वहीं पवन कुमार के पिता मुकेश कुमार ने बताया कि वो चाहते थे कि पवन कोई भी छोटी मोटी जॉब कर ले जिससे घर चलाने में मदद हो सके पर पवन कुमार पर तो एक ही भूत सवार था कि उनको आईएएस बनना है साथ ही गांव के लोगों का भी यही कहना था कि पवन पढ़ाई में बहुत अच्छे थे और बहन गोल्डी भी अपने भाई से बहुत प्रभावित है और वो भी पुलिस ऑफिसर बनना चाहती हैं गोल्डी ने बताया कि उनके भाई बेहद सिम्पल है और घर में जब होते है तो सिर्फ पढ़ाई ही करते रहते हैं

बाइट — गोल्डी पवन की बहन

बाइट — सुमन पवन की मां

बाइट — मुकेश कुमार राणा पवन के पिता