साउथ अफ्रीका ने टी-20 वर्ल्ड कप के सुपर-8 स्टेज मैच में बुधवार को एंटीगुआ में अमेरिका को 18 रन से हराकर शानदार शुरुआत की। इस जीत से अफ्रीकी टीम के 10 साल बाद टी-20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल खेलने की उम्मीद बढ़ गई है। टीम इससे पहले 2014 में आखिरी बार सेमीफाइनल तक पहुंची थी, लेकिन भारत से हार का सामना करना पड़ा था।

वहीं डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड ने गुरुवार को सेंट लूसिया में दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज को 8 विकेट से हराया।

स्टोरी में इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका के साथ-साथ टीम इंडिया के तमाम समीकरण भी जानेंगे। साथ ही टूर्नामेंट के टॉप प्लेयर्स पर भी नजर डालेंगे…

इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका ने सुपर-8 में पहले मुकाबले जीते
सुपर-8 के दोनों ग्रुप में 4-4 टीमें हैं। हर ग्रुप से टॉप-2 टीमें सेमीफाइनल खेलेंगी। इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका ग्रुप-2 में है। वेस्टइंडीज को हराने के बाद इंग्लैंड के लिए साउथ अफ्रीका और अमेरिका जैसी टीमों का चैलेंज होगा। अमेरिका बेशक अपना पहला टी-20 वर्ल्ड कप खेल रही है, लेकिन वह टूर्नामेंट में मजबूत टीम बनकर उभरी है। ऐसे में इंग्लैंड उसे हल्के में नहीं लेना चाहेगी। टीम 21 जून को साउथ अफ्रीका और 23 जून को USA से भिड़ेगी। इंग्लैंड एक और जीत से सेमीफाइनल की मजबूत दावेदार हो जाएगी।

वहीं साउथ अफ्रीका के अमेरिका पर जीत के बाद भी उसके सामने 2 बड़ी चुनौतियां हैं, टीम 21 जून को इंग्लैंड और 24 जून को वेस्टइंडीज से भिड़ेगी। साउथ अफ्रीका के लिए सुपर-8 के बाकी 2 मैच जीतना मुश्किल होंगे, लेकिन टीम ने दोनों टीमों को हरा दिया तो सेमीफाइनल खेलना 100% कन्फर्म हो जाएगा।

टीम एक और मैच जीतने की स्थिति में भी अंतिम 4 में पहुंच सकती है, लेकिन इस कंडीशन में साउथ अफ्रीका को बाकी टीमों के नतीजों पर निर्भर रहना होगा। वहीं, 3 टीमों ने 2 मैच जीत लिए तो रन रेट भी क्वालिफिकेशन का आधार बन जाएगा।

वेस्टइंडीज और अमेरिका की राह हुई मुश्किल
सुपर-8 में पहला ही मैच हारने के बाद अमेरिका के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को झटका लगा है। टीम के 2 मैच इंग्लैंड और वेस्टइंडीज से बाकी हैं, उन्हें अब सेमीफाइनल में एंट्री करने के लिए दोनों मैच जीतने ही होंगे। हालांकि ऐसा होना बहुत मुश्किल लग रहा है, क्योंकि बाकी दोनों ही टीमें 2-2 बार टी-20 वर्ल्ड कप जीत चुकी हैं। जबकि अमेरिका पहली बार ही टी-20 वर्ल्ड कप खेल रहा है।

दूसरी ओर, वेस्टइंडीज के लिए उसके पहले सुपर-8 मुकाबले में हार के बाद सेमीफाइनल की राह मुश्किल हो गई है। टीम के 2 मैच साउथ अफ्रीका और अमेरिका से बाकी हैं, उसे अब सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दोनों मैच जीतने ही होंगे। टीम को साथ ही अपने रन रेट में भी सुधार करना होगा।

टीम इंडिया के समीकरण क्या हैं?
भारत सुपर-8 के ग्रुप-1 में है, इस ग्रुप में ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश और अफगानिस्तान भी हैं। तीनों टीमों के खिलाफ टी-20 रिकॉर्ड देखें तो भारत के सेमीफाइनल खेलने के चांस बहुत ज्यादा हैं। टी-20 वर्ल्ड कप में तो भारत कभी भी अफगानिस्तान और बांग्लादेश से हारा ही नहीं। टीम इंडिया का पलड़ा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी भारी है।

भारत का पहला मैच आज ही अफगानिस्तान से बारबाडोस में होगा। टीम इंडिया को सेमीफाइनल में पहुंचना है तो सुपर-8 में तीनों मैच जीतने होंगे। टीम 2 मैच जीतकर भी नॉकआउट स्टेज में जगह बना सकती है, लेकिन इस कंडीशन में भारत को बाकी टीमों के नतीजों और रन रेट पर निर्भर रहना पड़ेगा।

4 सेमीफाइनल खेल चुकी है टीम इंडिया
टीम इंडिया ने अब तक 8 टी-20 वर्ल्ड कप में 4 बार सेमीफाइनल खेले हैं। 2022 में पिछले टूर्नामेंट में भी भारत ने सेमीफाइनल खेला, लेकिन चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ 10 विकेट से हार झेलनी पड़ गई। इसके अलावा 2007, 2014 और 2016 में भी भारत ने सेमीफाइनल खेला। 2016 में हार मिली, लेकिन बाकी 2 टूर्नामेंट में फाइनल तक का सफर तय किया।

अफगानिस्तान ने इस बार अपनी सबसे मजबूत टीम उतारी
टीम इंडिया अफगानिस्तान को भी कम नहीं आंक सकती, क्योंकि उन्होंने इस बार अपने सबसे मजबूत टीम उतारी है। अफगानिस्तान ने ग्रुप स्टेज में न्यूजीलैंड को हराया और कुल 3 मैच जीतकर सुपर-8 स्टेज में एंट्री की। टीम ने एक ही मैच गंवाया, यानी 4 मैचों में जीत परसेंटेज 75% रहा।

अफगानिस्तान ने 2024 से पहले 6 और टी-20 वर्ल्ड कप खेले, लेकिन इतना बेहतर जीत% कभी नहीं रहा। 2016 में टीम ने 7 में से 4 मुकाबले जीते, यहां 57% विनिंग रेट था। इसके अलावा टीम ने कभी भी टूर्नामेंट में 2 से ज्यादा मैच नहीं जीते थे। अफगानिस्तान ने आज भारत को हरा दिया तो टीम बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में एंट्री भी कर सकती है।