अररिया (बिहार) : मोहम्मद अख्तर मोहम्मद साजिद, पिता जमीरउद्दीन, जो अररिया जिले के जोकीहाट थाना अंतर्गत काकन पंचायत के सिकटिया गांव के निवासी थे, की 1 तारीख को बेंगलुरु जाने के क्रम में ट्रेन हादसे में मौत हो गई। यह दुखद हादसा मैहर स्टेशन, मैहर थाना, मध्य प्रदेश में हुआ। साजिद की मृत्यु इतनी भीषण थी कि उनके शरीर के टुकड़े तक पहचानने लायक नहीं रहे।

4 जुलाई, 2024 को साजिद के गाँव में उनकी मिट्टी दी गई। उनके परिवार में दो पुत्र, एक पुत्री और उनकी पत्नी बरजीश हैं। परिवार का एकमात्र कमाने वाला व्यक्ति साजिद ही थे, और उनकी मृत्यु के बाद उनके छोटे-छोटे बच्चों और पत्नी के सामने जीवनयापन का बड़ा संकट खड़ा हो गया है।

सरकार से मुआवजे और सहायता की अपील

साजिद की पत्नी बरजीश और उनके बच्चों के पास अब कोई सहारा नहीं है। ऐसे में गाँव के लोग और परिवार बिहार सरकार से अनुरोध करते हैं कि:

  1. मुआवजा दिया जाए:  साजिद की मौत के कारण उनके परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए ताकि उनका जीवनयापन सुचारू रूप से हो सके।
  2. बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च:  बिहार सरकार से अनुरोध है कि साजिद के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च उठाया जाए, जिससे वे एक उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ सकें।
  3. स्थानीय रोजगार के अवसर:  ऐसे रोजगार के अवसर बिहार में खोले जाएं जिससे लोग बाहर जाने से बचें और ट्रेन या रोड हादसे का शिकार न हों।

मोहम्मद साजिद की मृत्यु उनके परिवार और गाँव के लोगों के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। बिहार सरकार से निवेदन है कि इस गरीब परिवार को सहायता प्रदान की जाए ताकि वे इस कठिन समय में संभल सकें और बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके।

हम बिहार सरकार से अपील करते हैं कि इस दुखद हादसे को ध्यान में रखते हुए उचित मुआवजा और सहायता प्रदान करें।

 ई खबर मीडिया के लिए मोहम्मद अख्तर की रिपोर्ट