सरोजनीनगर | राजधानी लखनऊ के सरोजिनी नगर इलाके के बंथरा क्षेत्र में छह दिन पहले हुयी रितिक पांडे की हत्या के मुख्य पांच आरोपियो की गिरफ्तारी कर ली गई हैं लेकिन अभी भी अज्ञात आरोपी फरार हैं। पीड़ित परिवार का कहना हैं की पूर्व थाना प्रभारी हेमंत राघव व अन्य दरोगो की साजिश के चलते ही रितिक की जान गई है। लेकिन अभी भी अज्ञात लोगो की गिरफ्तारी न होने की वजह से नाराज ब्राहम्ण समाज के सैकड़ो लोगो ने 28 जुलाई दोपहर 12 बजे से थाने के बाहर जोरदार धरना प्रदर्शन किया जिसमे नागेश्वर त्रिवेदी, ललित शुक्ला ,प्रवीण अवस्थी ,अमित तिवारी ,आशीष त्रिवेदी ,अभय दीक्षित, वैभव त्रिवेदी, अतुल तिवारी व समस्त ब्राह्मण समाज के लोगो के एडीसीपी शशांक सिंह को ज्ञापन देकर 2 घंटे का समय दिया है। जिसमे मृतक हितेश उर्फ रितिक पांडेय के परिवार की भविष्य की सुरक्षा को दृष्टिगत देखते हुए निम्न मांगे की ,
पीड़ित परिवार को पूर्वकालिक पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए, मृतक के परिवार को एक करोड रुपए का मुआवजा व परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए, आरोपियों के सभी सत्र लाइसेंस तत्काल निरस्त किए जाएं, घटना वाली रात पुलिस की शिकायत में मृतक की परिजनों से अभद्रतापूर्ण व्यवहार कर थाने से भागने वाले उप निरीक्षक इबे हसन को नौकरी से तत्काल निलंबित किया जाए, निलंबित इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर मुकदमा दर्ज किया जाए, आरोपियों द्वारा अर्जित अवैध संपत्तियों की जांच कर प्रॉपर्टी सील की जाए, मृतक के परिजनों को तत्काल सत्र लाइसेंस प्रदान किए जाएं, घटना में शामिल अज्ञात आरोपियों की एक सप्ताह के अंदर पहचान कर गिरफ्तारी की जाए, इसके साथ-साथ ब्राह्मण समाज के बहुसंख्यक लोगो ने मृतक के घर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सात्वना दी।
ब्यूरो रिपोर्ट रजत पांडे