नेपाल में हुई भारी बारिश की वजह से बिहार के 12 जिलों में बाढ़ का खतरा बन गया है। दरभंगा में देर रात कोसी नदी का बांध टूट गया। इससे एक लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा सीतामढ़ी, शिवहर और बगहा जिले में भी बागमती नदी के 6 तटबंध टूटे हैं।

प्रशासन ने पश्चिम चंपारण जिले में 8 प्रखंडों के 58 स्कूलों को 2 अक्टूबर तक बंद कर दिया है। बाढ़ का सबसे ज्यादा असर सुपौल और पश्चिमी चंपारण के इलाके में पड़ा है। अररिया में भी बारिश और बाढ़ के कारण रेलवे ट्रैक पर पानी आ गया। अगले 24 घंटे में बाढ़ का दायरा बढ़ेगा।

उधर, राजस्थान में रविवार को झालावाड़, बारां, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर के कई हिस्सों में बारिश हुई। प्रदेश में तापमान भी 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। राजस्थान में सोमवार से बारिश रुक जाएगी।

मध्यप्रदेश में इस साल मानसून कोटे से 18% ज्यादा बारिश हो चुकी है। सामान्य 37.3 इंच के मुकाबले 43.9 इंच पानी गिर चुका है। 10 जिले तो ऐसे हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 50 इंच के पार हो चुका है।

बगहा में बाढ़ का पानी गांवों में घुस गया। लाेग मवेशियों को लेकर सुरक्षित इलाकों में जा रहे हैं।
बगहा में बाढ़ का पानी गांवों में घुस गया। लाेग मवेशियों को लेकर सुरक्षित इलाकों में जा रहे हैं।

30 सितंबर को 13 राज्यों में बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने तमिलनाडु, कर्नाटक, लक्षद्वीप, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात में 30 सितंबर को तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में 2 से 4 अक्टूबर तक भारी बारिश का अलर्ट है। इन राज्यों में बिजली गिरने की भी संभावना है।

मानसून की वापसी में देरी मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि 17 सितंबर को राजस्थान से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई शुरू होती है। इस बार 23 सितंबर यानी एक हफ्ते की देरी से हुई। इसके कारण पुणे और मुंबई में 10-12 अक्टूबर से पहले मानसून खत्म होने की संभावना नहीं है। आमतौर पर महाराष्ट्र से मानसून की वापसी 5 अक्टूबर के आसपास होती है।

IMD वैज्ञानिक एस डी सनप ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र बनने और इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना के कारण 26 सितंबर से महाराष्ट्र में अच्छी बारिश होगी।

IMD के मुताबिक, महाराष्ट्र में इस मानसून सीजन में लंबे अंतराल के बाद बारिश शुरू हुई है। ऐसे में अक्टूबर में महाराष्ट्र से मानसून खत्म होने की भविष्यवाणी करना अभी जल्दबाजी होगी।

मध्यप्रदेश में इस साल मानसून कोटे से 18% ज्यादा बारिश हो चुकी है। सामान्य 37.3 इंच के मुकाबले 43.9 इंच पानी गिर चुका है। 10 जिले तो ऐसे हैं, जहां बारिश का आंकड़ा 50 इंच के पार हो चुका है। आने वाले दिनों में तेज बारिश के आसार कम ही हैं। सोमवार को भोपाल, इंदौर समेत 37 जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है।

बिहार के 12 जिलों में बाढ़ का खतरा बन गया है। इन जिलों के 20 प्रखंडों के करीब 2 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है। यहां हालात और भी गंभीर हो सकते हैं, क्योंकि नेपाल की ओर से छोड़ा गया पानी बिहार के मैदानी इलाकों में फैलने की संभावना बढ़ गई है।

राजस्थान में बारिश का दौर रविवार को भी जारी रहा। झालावाड़, बारां, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर के कई हिस्सों में बारिश हुई। कोटा, उदयपुर और भरतपुर संभाग के कई जिलों में बादल छाए। बारिश होने और ठंडी हवा चलने से प्रदेश में तापमान भी 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। मौसम विशेषज्ञों ने आज से राज्य में बारिश का दौर थमने की संभावना जताई है।

हरियाणा में आज से 6 दिन तक मौसम साफ रहेगा। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने सूबे के किसी भी जिले के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। हालांकि मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम खुश्क रहने से दिन में तेज धूप निकलेगी, जिससे पारा में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। अच्छी बात यह है कि सूबे में मानसूनी बारिश का कोटा अब पूरा हो चुका है।

छत्तीसगढ़ में मानसून सीजन का आज (सोमवार को) आखिरी दिन है। मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक, अगले 2 दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। रविवार को रायपुर में अधिकतम तापमान 34 डिग्री के पार दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा तापमान 34.9 डिग्री महासमुंद में दर्ज किया गया। आज बस्तर संभाग के कुछ जिलों में बारिश की संभावना है।