देवास। जिले की सोनकच्छ तहसील की ग्राम पंचायत धंधेडा में संरपच एवं सचिव की मनमानी के चलते विकास कार्य नही होने की शिकायत वहीं पंच विष्णु शिंदे ने कलेक्टर से जनसुनवाई में आवेदन देकर की है। पंच शिंदे ने शिकायत में बताया कि ग्राम पंचायत धंधेडा में सरपंच व मंत्री की मनमानी के कारण कोई विकास कार्य नहीं हो पा रहा है। सरपंच और पंच को तीन साल होने को है, लेकिन गांव में कोई नया काम नही हो पाया है। अभी तक पुराना सरपंच का ही काम चल रहा है। ग्रामवासी जब सरपंच के पास समस्या लेकर जाते है तो सरपंच कहता है कि हमारे पास पैसे नही है। जो काम शुरू हुए है वो अधूरे पडेे हुए है। उनकी राशि भी निकल चुकी है। गांव में शांतिधाम के मरम्मत के लिए राशि मंजूर की गई थी। वह राशि भी निकल चुकी है और आधा-अधूरा काम हुआ है। ग्राम पंचायत में इलेक्ट्रॉनिक सामान रखा है वहां भी धूल खा रहा है। कंप्यूटर, प्रिंटर मशीन भी काम नही कर रही है। पंचायत का कुछ शासकीय कार्य होता है तो वह निजी एमपी ऑनलाइन दुकान पर करना पड़ता है। सरकार लाखों रुपए खर्च करती है। ग्राम पंचायत का पूरा काम पंचायत में ही होना चाहिए, लेकिन शासकीय कार्य भी निजी दुकानों पर हो रहा है। पूर्व में सरपंच और सचिव की शिकायत जनपद पंचायत सीईओ सोनकच्छ को भी की गई, लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। कोई अधिकारी भी पंचायत में ऑडिट करने भी नहीं आता है। ग्राम पंचायत में 19 वार्ड है। कुछ महिला पंच इसमें अनपढ़ भी है। उनको कुछ भी पता नही, सरपंच मंत्री ने जो कर दिया उन पर वह उनका अंगूठा लगा देते हैं। ग्राम पंचायत में पानी की बहुत बड़ी समस्या है। एक तालाब भी ग्राम में है जो बनने के बाद से आज तक मरम्मत नही हो पाया है। जिसमें हर कभी अवैध उत्खनन होता रहता है। कलेक्टर के आदेशों की सरपंच व सचिव द्वारा खुलेआज अव्हेलना की जा रही है। शिकायतकर्ता ने बताया कि कुछ दिन पूर्व मैंने संबल योजना का आवेदन किया था। वह भी मंत्री की लापरवाही के कारण स्वीकृत नही हुआ। शिकायतकर्ता ने मांग की है कि मामले को संज्ञान में लेते हुए गांव व्याप्त समस्याओं का शीघ्र निराकरण किया जाए।

ई खबर मीडिया के लिए देवास  से विष्णु शिंदे  की रिपोर्ट