इजरायल ने 24 साल बाद अपने दो जवानों की मौत का बदला लिया है। दरअसल, साल 2000 में इजरायल के दो जवानों की ‘लिंचिंग’ करके हत्या कर दी गई थी। इस घटना में भाग लेने वाले आतंकी को मार गिराया गया है।
इजरायल इस वक्त एक साथ हमास, हिजबुल्लाह, ईरान, हूती समेत कई मोर्चों पर जंग लड़ रहा है। इजरायल ने कसम खाई है कि जब तक वह अपने दुश्मनों को जड़ से खत्म नहीं कर देता तब तक वह शांत नहीं बैठेगा। इतिहास को देखें तो इजरायल कभी भी अपने दुश्मनों को माफ नहीं करता है। इसका एक ताजा उदाहरण गुरुवार को इजरायल की सेना ने फिर से दे दिया है। इजरायल ने हमास से जुड़े अपने 24 साल पुराने दुश्मन को मार गिराया है। आइए जानते हैं क्या है ये पूरी घटना।
क्या है पूरा मामला?
इजरायली सेना ने गुरुवार को जानकारी दी है कि आतंकवादी अजीज सलहा को मार गिराया गया है। अजीज सलहा पर अक्टूबर 2000 में मध्य गाजा के दीर अल बलाह क्षेत्र में ‘रामल्लाह लिंचिंग’ में भाग लेने का आरोप था। इस लिंचिंग की घटना में दो इजरायली सैनिकों की मौत भी हो गई थी। अब इजरायल ने इस घटना का बदला ले लिया है।
आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था सलहा
इजरायली सेना ने आरोप लगाया है कि अजीज सलहा ने साल 2000 में रामल्लाह में इजरायली सेना के सार्जेंट फर्स्ट क्लास (रेस) योसेफ अव्रामी और कॉर्पोरल (रेस) वादिम नोरजिच की क्रूर तरीके से लिंचिंग में भाग लिया था। सलहा यहूदिया और सामरिया क्षेत्र में हमास की आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा था।
हमास के अन्य कमांडर भी ढेर
दूसरी ओर इजरायली सेना ने गुरुवार को ये भी दावा किया है कि उसने तीन महीने पहले गाजा पट्टी में हवाई हमले में हमास के एक वरिष्ठ नेता रवही मुश्तहा और दो अन्य हमास कमांडर- सामी सिराज और सामी ऊदा को मार गिराया था। इजरायली सेना ने कहा है कि मुश्तहा हमास के शीर्ष नेता याह्या सिनवार का करीबी सहयोगी था, जिसने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमले की साजिश रचने में मदद की थी।