भारतीय सेना की सैन्य विमानन इकाई के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सूरी ने आयोजित एयरो एमआरओ सम्मेलन में कहा कि पिछले 10 वर्षों में एमआरओ गतिविधियों से जुड़े पक्षों की संख्या बढ़ने से हालात बदले हैं। उन्होंने कहा कि हमने देश में दो एमआरओ केंद्र स्थापित किए हैं जिनमें से एक उत्तर में और एक पूर्व में स्थित है।

भारतीय सेना ने देश में विमानन रखरखाव एवं मरम्मत (एमआरओ) के लिए दो केंद्रों की स्थापना की है। यहां उसकी 50-60 गतिविधियों को अंजाम देने की योजना है। सेना की सैन्य विमानन इकाई के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सूरी ने आयोजित एयरो एमआरओ सम्मेलन में कहा कि पिछले 10 वर्षों में एमआरओ गतिविधियों से जुड़े पक्षों की संख्या बढ़ने से हालात बदले हैं।

50-60 गतिविधियां संचालित करने की योजना

उन्होंने कहा कि हमने देश में दो एमआरओ केंद्र स्थापित किए हैं, जिनमें से एक उत्तर में और एक पूर्व में स्थित है। हम इन एमआरओ केंद्रों में 50-60 गतिविधियां संचालित करने की योजना बना रहे हैं। एमआरओ कार्यों के संदर्भ में सूरी ने कहा कि हम एचएएल से संपर्क करते हैं, वे निजी कंपनियों के पास जाते हैं और फिर यह हमारे पास वापस आता है।

सेना के पास 400 हेलीकाप्टर

इसमें असली नुकसान समय का होता है। उन्होंने सेना के पास उपलब्ध हेलीकाप्टरों के बारे में कहा कि हमारे पास लगभग 400 हेलीकाप्टर हैं और हम आज देश में हेलीकाप्टर के सबसे बड़े परिचालक हैं। असैन्य क्षेत्र में हमारे पास 233 हेलीकाप्टर मौजूद हैं।