जिला प्रयागराज:  थाना क्षेत्र मऊ एमा , तहसील सराओं के सिकंदरपुर गाँव की रहने वाली 23 वर्षीय बबीता पटेल ने आरोप लगाया है कि कमल सिंह एडवोकेट नामक व्यक्ति 35 वर्ष ने शादी का झांसा देकर चार साल तक उसका यौन शोषण किया। बबीता पटेल ने मीडिया को बताया कि आरोपी ने उसे शादी करने का वादा किया और इसी बहाने कई बार शारीरिक संबंध बनाए। जब भी बबीता ने शादी की बात की, कमल सिंह ने उसे तरह-तरह के बहाने बनाकर टाल दिया। अंततः, महिला ने इस झूठ को पहचान लिया और कानून की सहायता लेने का निर्णय किया, लेकिन बदनामी के डर से पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई।

बबीता के अनुसार, चार साल पहले कमल सिंह ने उससे संपर्क किया और धीरे-धीरे दोनों के बीच घनिष्ठ संबंध स्थापित हो गए। कमल सिंह ने विश्वास दिलाया कि वह उससे शादी करेगा, लेकिन जब भी बबीता ने शादी की बात की, उसने इसे टाल दिया। अब कमल सिंह किसी दूसरी महिला से शादी कर रहा है, क्योंकि वह दहेज के लालची हैं।

क्या है पूरा मामला?

बबीता पटेल ने मीडिया को दिए पत्र में बताया कि चार साल पहले उसकी जान-पहचान कमल सिंह से हुई। धीरे-धीरे दोनों के बीच मित्रता बढ़ी और कमल सिंह ने बबीता को विश्वास दिलाया कि वह उससे शादी करेगा। इस विश्वास के आधार पर बबीता ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। जब भी बबीता ने शादी की बात की, कमल सिंह ने इसे टाल दिया और लगातार संबंध बनाए रखे।

जब बबीता ने कमल सिंह से कहा कि उसने अपने घरवालों से भी बात कर ली है, तो कमल सिंह ने उसे धोखा देकर छोड़ दिया। बबीता ने बताया कि कमल सिंह ने उसे धमकियां दीं और उसके परिवार को भी जान से मारने की धमकी दी। बबीता ने कहा कि कमल सिंह ने उसके साथ न केवल शारीरिक शोषण किया बल्कि उसे मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया।

इंसाफ की गुहार

बबीता पटेल ने सरकार और समाज से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों के प्रति चिंता को बढ़ाती हैं। यह घटना एक बार फिर सोचने पर मजबूर करती है कि महिलाओं को ऐसे अपराधों से बचाने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं। बबीता ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच से ही पीड़िता को न्याय मिल सकता है और समाज में महिलाओं के प्रति अपराधों पर अंकुश लग सकता है। बबीता ने पुलिस से एफआईआर दर्ज करवाने और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित करने की मांग की है।

ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट