मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारी को लगातार दूसरे दिन रविवार को भी प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठक का दौर चला। भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में लोकसभा चुनाव की दृष्टि से प्रत्येक विधानसभा का संयोजक नियुक्त किए जाने को लेकर चर्चा हुई। साथ ही विधानसभा प्रभारी और सह प्रभारी भी बनाए जाएंगे। वहीं बड़े नेताओं वाली सीटों पर वरिष्ठ पदाधिकारी को संयोजक और प्रभारी बनाया जाएगा।

मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारी को लगातार दूसरे दिन रविवार को भी प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठक का दौर चला। भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में लोकसभा चुनाव की दृष्टि से प्रत्येक विधानसभा का संयोजक नियुक्त किए जाने को लेकर चर्चा हुई। साथ ही विधानसभा प्रभारी और सह प्रभारी भी बनाए जाएंगे। विधानसभा चुनाव में जीते और हारे दोनों ही प्रत्याशियों को संयोजक, प्रभारी और सह प्रभारी की जिम्मेदारी दी जाएगी।
वहीं बड़े नेताओं वाली सीटों पर वरिष्ठ पदाधिकारी को संयोजक और प्रभारी बनाया जाएगा। इसी तरह मंडल और बूथ स्तर पर भी प्रभारी सह प्रभारी और संयोजक बनाए जाएंगे। प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई कोर ग्रुप की बैठक में चुनाव अभियान को लेकर मंथन हुआ। दीवार लेखन से लेकर गांव चलो अभियान और नव मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने सहित हारे बूथ को लेकर भी चर्चा हुई।

बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, लोकसभा चुनाव प्रदेश प्रभारी डा. महेंद्र सिंह, सह प्रभारी सतीश उपाध्याय सहित कोर ग्रुप के पदाधिकारी उपस्थित थे। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड़्डा के मध्य प्रदेश में दौरे होंगे। इसको लेकर रणनीति तय की गई।

विस चुनाव लड़ने वाले सांसदों की रिक्त सीटों पर भी हुई चर्चा

भाजपा ने सात सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाया था। सांसदों के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद रिक्त हुई पांच लोकसभा सीटों को लेकर भी चर्चा हुई। इनमें मुरैना, सीधी, जबलपुर, होशंगाबाद और दमोह लोकसभा सीट पर भाजपा को प्रत्याशी उतारना है। इसके अलावा लंबे समय से कांग्रेस के कब्जे वाली संसदीय सीट छिंदवाड़ा को लेकर भी कोर ग्रुप की बैठक में मंथन हुआ।