धार जिले के डिलवानी गांव में फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर सरकारी नौकरी पाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। प्रार्थी कविता अनारे, पत्नी पातल सिंह अनारे ने राज्य महिला आयोग, भोपाल, म.प्र. शासन के समक्ष शिकायत दर्ज कराते हुए भुरीबाई, पत्नी मोहब्बत पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

कविता अनारे का कहना है कि पटेलपुरा ग्राम, दिलवानी में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद के लिए निकली सूची में उनका नाम दूसरे स्थान पर था, लेकिन भुरीबाई ने फर्जी 12वीं की अंकसूची दिखाकर नौकरी हथिया ली। कविता का आरोप है कि भुरीबाई कई बार 12वीं में फेल हो चुकी थी, फिर भी उसने महाराष्ट्र बोर्ड से 77% अंक प्राप्त करने का दावा किया, जो संदेहास्पद है।

कोरोना काल में परीक्षा पर संदेह

कविता ने बताया कि 2020-21 के कोरोना काल में, जब देशभर में यात्रा प्रतिबंध थे, भुरीबाई महाराष्ट्र कैसे जाकर परीक्षा देकर अच्छे अंक प्राप्त कर पाई? यह संदेह का विषय है। उन्होंने भुरीबाई की 12वीं की अंकसूची को फर्जी बताया और उसकी गहन जांच की मांग की है।

फर्जी दस्तावेज़ों का खेल?

प्रार्थी का कहना है कि भुरीबाई की शैक्षणिक योग्यता पहले से ही संदिग्ध रही है और गांव में चर्चा थी कि वह पढ़ाई में कमजोर थी। कविता ने मांग की है कि अगर भुरीबाई की अंकसूची फर्जी साबित होती है, तो उसकी नियुक्ति निरस्त कर कानूनी कार्रवाई की जाए।

कोई कार्रवाई नहीं होने पर राज्य महिला आयोग से गुहार

कविता ने पहले महिला एवं बाल विकास परियोजना बाग के अधिकारी के समक्ष शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अंततः उन्होंने राज्य महिला आयोग से न्याय की अपील की है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

पीड़ित परिवार ने मीडिया के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है कि फर्जी तरीके से लगी नियुक्ति को निरस्त किया जाए और वास्तविक हकदार को नौकरी दी जाए।

ई खबर मीडिया के लिए  ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट