जन्माष्टमी के 3 दिन पहले मथुरा में तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। रेस्क्यू करने के लिए नगर निगम को जेसीबी मशीनें लगानी पड़ीं। कई जगह सड़कें भी धंस गईं। त्रिपुरा में पिछले 5 दिनों में भारी बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड के कारण 17 लाख लोग प्रभावित हैं। 22 लोगों की मौत हो चुकी है। सेना ने 330 लोगों को बचाया। 65 हजार लोग 450 रिलीफ कैंप में हैं। उत्तर प्रदेश के 10 जिलों के 80 से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बलिया में गंगा और बाराबंकी में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राजस्थान में आज 26 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।

त्रिपुरा में 5 दिनों में 1900 लैंडस्लाइड

  • त्रिपुरा में पिछले 5 दिनों में 1900 से ज्यादा लैंडस्लाइड हुई हैं। असम राइफल्स की राइफलवुमन बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रही हैं। पूरे राज्य से अब तक 750 से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है।
  • गृह मंत्री अमित शाह ने भी त्रिपुरा CM को फोन करके राज्य में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया और उन्हें केंद्र की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। शाह ने बताया कि NDRF की 4 टीमें त्रिपुरा पहुंची हैं।
त्रिपुरा में बाढ़ और लैंडस्लाइड पीड़ित लोगों को बचाने के लिए आर्मी ने ऑपरेशन जल राहत शुरू किया।