गोरखपुर के कोठा गाँव के निवासी धर्मेंद्र यादव (37) ने अपने परिवार द्वारा पिछले 8 वर्षों से किए जा रहे प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाया है। धर्मेंद्र के अनुसार, उनके परिवार वाले उन्हें और उनकी पत्नी प्रतिमा देवी को प्रताड़ित करते हैं। उन्होंने पुलिस में शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।

धर्मेंद्र का आरोप:

धर्मेंद्र यादव ने बताया कि उनके पिता रमायण यादव, माँ लक्ष्मी देवी और बहन रीता उर्फ सीता उन्हें और उनकी पत्नी को प्रताड़ित करते हैं। धर्मेंद्र का विवाह प्रतिमा देवी से 8 साल पहले हुआ था और वह अपने पिता के घर में ही रहते हैं। उनका कहना है कि जब वह काम पर चले जाते हैं, तो उनके परिवार वाले उनकी पत्नी को गाली-गलौज और मारपीट करते हैं। उन्होंने कहा कि कल (17 तारीख) को उनके परिवार वालों ने उन पर लाठी-डंडों से जानलेवा हमला किया, जिससे उनका पैर टूट गया।

घरेलू हिंसा का मामला:

धर्मेंद्र ने बताया कि उन्होंने दुबई जाकर जो पैसे कमाए, उससे ही घर बनाया। लेकिन उनके माता-पिता और बहन उन्हें उसी घर में रहने नहीं दे रहे। उन्हें एक कमरे में रहना पड़ रहा है, जिसमें खाना बनाना, सोना और दो बच्चों के साथ रहना शामिल है। धर्मेंद्र ने कहा कि अगर खाना बनाते वक्त घर में आग लग जाए, तो पूरे परिवार के लिए खतरा है।

मीडिया से अपील:

धर्मेंद्र यादव ने मीडिया के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने ही घर में रहने के लिए अलग जगह दी जाए और उन्होंने पिछले 1 साल से परिवार से कोई पैसे नहीं लिए हैं। धर्मेंद्र ने कहा कि अगर भविष्य में उन्हें या उनके परिवार को कुछ होता है, तो इसके जिम्मेदार उनके पिता, माँ और बहन होंगे।

एफआईआर दर्ज:

प्रतिमा देवी ने थाना गगहा में एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके ससुर, सास और ननद ने 18 नवंबर को सुबह 6 बजे उन्हें गालियाँ दीं और मारपीट की। प्रतिमा देवी ने कहा कि उनके पति घर लौटे, तो अगले दिन सुबह उनके परिवार वालों ने फिर से गाली-गलौज की और लाठी-डंडा से मारने की धमकी दी।

प्राथमिकी की जानकारी:

प्रथम सूचना रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिमा देवी ने बताया कि उनके ससुर, सास और ननद ने उन्हें और उनके पति को जान से मारने की धमकी दी। एफआईआर लेखक हेड कांस्टेबल अभिषेक कुमार पाण्डेय ने इसे दर्ज किया है।

धर्मेंद्र यादव ने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि उन्हें उनके पिता की संपत्ति में उनका अधिकार दिलाया जाए और उन्हें अपने ही घर में रहने के लिए स्थान उपलब्ध कराया जाए।

ई खबर मीडिया के लिए  ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट