हरियाणा / हिसार: वेटरनरी सर्जन एसोसिएशन की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लाला लाजपत राय पशु-चिकित्सा एवं पशु-विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) हिसार में आयोजित में हुई जिसमें राज्य की दो बड़ी वेटरनरी सर्जन एसोसिएशन का विलय हुआ और अब हरियाणा स्टेट वेटेरनेरियन एसोसिएशन के तहत प्रदेश के पशु चिकित्सकों का प्रतिनिधित्व किया जाएगा। एसोसिएशन के इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम में पशुपालन एवं डेयरी विभाग के महानिदेशक डॉ लाल चंद रंगा मुख्य अथिति के तौर पर उपस्थित रहे जो अब इस एसोसिएशन के संरक्षक की भूमिका में रहेंगे। इससे पहले उन्होंने विभाग की हिसार कमिश्नरी की बैठक का भी अध्यक्षता की थी जिसमें हिसार फतेहाबाद सिरसा और जींद ज़िलो के सभी पशु चिकित्सक और अधिकारी उपस्थित रहे। एसोसिएशन के इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पशु स्वाथ्य सेवाओं को पशुपालकों के हित में कार्य करने में पशु चिकित्सकों की अहम भूमिका रहती है, वे पशु इलाज़ के साथ-साथ अनेक पशु कल्याण से जुड़ी स्कीमों को जन-जन तक पहुँचाते है। एसोसिएशन में नई ज़िम्मेदारी लेते हुए सह संरक्षक और विभाग के राज्य गौशाला विकास अधिकारी डॉ सुरेंद्र दुहन ने कहा कि हरियाणा कृषि प्रधान प्रदेश होने के साथ पशु प्रधान राज्य भी है

जहाँ किसानों की आय वृद्धि में पशुओं का भी बड़ा अहम योगदान रहता है और पशुओं की विभिन्न स्वाथ्य सेवा प्रदान करने में पशु चिकित्सक अग्रेसर की भूमिका में रहते है। एसोसिएशन के प्रधान डॉ जगबीर ढान्ढा ने वेटरनरी सर्जनों के हित को ध्यान करने के लिए सरकार से निवेदन करते हुए बताया कि एसोसिएशन की तरफ़ से केंद्र सरकार और अन्य राज्यों में दिए जा रहे मेडिकल डॉक्टर के समान वेतन के लिए उन्होंने राज्य सरकार से ज्ञापन दिया हुआ है जो विचाराधीन है और आचार चुनाव सहींता हटने के बाद सरकार से पुनः आग्रह किया जाएगा। डॉ अश्वनी, एसोसिएशन के नए मनोनीत महासचिव ने कहा कि वेटरनरी सर्जन प्रदेश में विभिन्न पशु स्वास्थ्य सेवाएँ दे रहे है चाहें वह गौशालों के सम्बंधित हो या पशु पालकों के घर द्वार जा कर किए जा रहे टीकाकरण हो और इसके साथ ही प्रदेश के 1000 से अधिक राजकीय पशु चिकित्सालयों में दैनिक किए जा रहे पशु उपचार भी मुख्य है। उन्होंने आगे कहा कि बड़े पशु, छोटे पशु हो या फिर आज कल अधिक चलन में घरों में रखे जा रहें पेट्स हो सभी के स्वास्थ्य की ज़िम्मेदारी वेटरनरी सर्जन पर ही होती है इसलिए सरकार को भी समाज में इतनी बड़ी भूमिका निभा रहे पशु चिकित्सकों का उचित सम्मान करते हुए उन्हें उनकी मुख्य माँग मेडिकल डाक्टरों के समान वेतन दिए जाने की माँग को स्वीकार करने और इसके लिए चुनाव के तुरंत बाद घोषणा करने का निवेदन करते हुए सरकार से आग्रह किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने विभाग में महानिदेशक पद पर पशुपालन एवं डेयरी विभाग के पदोन्नत अधिकारी को ही महानिदेशक पद पर बनाए जाने की प्रदेश की परंपरा जारी रखने के लिए भी सरकार से आग्रह किया। डॉ विजय कादियान, महासचिव ने मंच का संचालन करते हुए पशुचिकित्सकों के जनहित में किए जा रहे अनेक कार्य ध्यान करवायें। डॉ रणजीत सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, डॉ सुभाष, उपाध्यक्ष, डॉ कृष्ण शर्मा कोषाध्यक्ष सहित एसोसिएशन कार्यकारिणी से डॉ पुनीत डॉ संदीप मलिक, डॉ सिलोचना डॉ राजकुमार डॉ अमित शर्मा डॉ रामबीर डॉ विक्रम डॉ राजू शर्मा डॉ तरुण और डॉ सुनील बिश्नोई भी इस कार्यकारिणी बैटक में उपस्थित रहे।

ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट