रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के साथ हुई 36 साल पुरानी संधी को तोड़ने की घोषणा की है। मध्यम दूरी तक मार करने वाली इन मिसाइलों का निर्माण रोकने का यह समझौता रूस और अमेरिका के बीच 1988 में हुआ था। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में पुतिन ने कहा कि अपने आक्रमण को नई मजबूती देने के लिए अब हम फिर से इन मिसाइलों का निर्माण करेंगे।
1998 में हुआ था समझौता
मध्यम दूरी तक मार करने वाली इन मिसाइलों का निर्माण रोकने का यह समझौता रूस और अमेरिका के बीच 1988 में हुआ था। उस समय सोवियत संघ के राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचोव ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के साथ इस बाबत समझौता किया था। 2019 में रूस पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए अमेरिका इससे अलग हो गया था, लेकिन रूस की ओर से पुतिन ने समझौता खत्म होने की औपचारिक घोषणा शुक्रवार को की है।
रूस की सुरक्षा के लिए जरूरीः पुतिन
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में पुतिन ने कहा कि अपने आक्रमण को नई मजबूती देने के लिए अब हम फिर से इन मिसाइलों का निर्माण करेंगे। रूस की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए ऐसा करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि समझौते से अमेरिका के हटने के बाद भी रूस ने 2019 के बाद मध्यम दूरी वाली इन मिसाइलों का उत्पादन शुरू नहीं किया था, लेकिन अमेरिका ने न केवल इन मिसाइलों का उत्पादन किया बल्कि अब वह इन्हें यूरोप को भी भेज रहा है। इसलिए अब हमें अपनी सुरक्षा के लिए इन मिसाइलों का उत्पादन करना पड़ेगा।