Share Market Today जनवरी महीने में कई कंपनियों ने तिमाही नतीजे जारी कर दिये हैं। कंपनी द्वारा तिमाही नतीजे जारी होने के बाद शेयर बाजार पर असर दिखा है। आज विप्रो और एचसीएल के स्टॉक में तेजी देखने को मिली है। एचसीएल के शेयर 5 फीसदी से ज्यादा और विप्रो के शेयर 14 फीसदी से अधिक चढ़ गए हैं। इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं।
एससीएल के शेयर
आज एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL) के स्टॉक 5 फीसदी से ज्यादा तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। कंपनी ने पिछले हफ्ते तिमाही नतीजे जारी किये थे। इस नतीजे में कंपनी ने बताया कि उनका नेट प्रॉफिट 6.2 फीसदी बढ़कर 4,350 रुपये हो गया। कंपनी का नेट प्रॉफिट अभी तक का सबसे ज्यादा है। कंपनी ने सर्विस और सॉफ्टवेयर बिजनेस दोनों में बढ़ोतरी दर्ज हुई।
आज बीएसई पर स्टॉक 4.83 प्रतिशत उछलकर 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,617.65 रुपये पर पहुंच गया। वहीं, एनएसई पर, यह 5.11 प्रतिशत बढ़कर 1,619.60 रुपये पर पहुंच गया – जो इसका 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर है।
आज सुबह के करोबार में आईटी शेयर सुर्खियों में रहे। विप्रो, टेक महिंद्रा, इंफोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के स्टॉक तेजी के साथ कारोबार कर रहे।
एचसीएल के तिमाही नतीजे
एचसीएल टेक नेअपने तिमाही नतीजे में बताया कि एक साल पहले दिसंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 4,096 करोड़ रुपये था। दिसंबर तिमाही नमें एचसीएल टेक का नेट रेवेन्यू 6.5 प्रतिशत बढ़कर 28,446 करोड़ रुपये हो गया। यह पिछले साल इसी अवधि में 26,700 करोड़ रुपये था। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में साल-दर-साल आधार पर 5-5.5 फीसदी के बीच राजस्व वृद्धि का अनुमान लगाया है।
विप्रो के शेयर
तिमाही नतीजों के बाद आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) के शेयरों में तेजी आई है। आज विप्रो के शेयर लगभग 14 फीसदी की छलांग लगाई। इसके बाद कंपनी के बाजार मूल्यांकन में 18,168.68 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। आज बीएसई पर कंपनी के स्टॉक 13.10 प्रतिशत उछलकर 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 526.45 रुपये पर पहुंच गया।
एनएसई पर विप्रो के शेयर 13.65 प्रतिशत बढ़कर 529 रुपये पर पहुंच गया – जो इसका 52-सप्ताह का शिखर है। यह सेंसेक्स और निफ्टी कंपनियों के बीच टॉप गेनर था। आद शुरुआती सौदों में कंपनी का एमकैप 18,168.68 करोड़ रुपये बढ़कर 2,61,217.37 करोड़ रुपये हो गया।
विप्रो के तिमाही नतीजे
आईटी कंपनी विप्रो ने अपने तिमाही नतीजों में बताया कि दिसंबर तिमाही में उनका नेट प्रॉफिट लगभग 12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,694.2 करोड़ रुपये दर्ज हुआ। वहीं कंपनी का रेवेन्यू 4.4 प्रतिशत गिरकर 22,205.1 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 23,229 करोड़ रुपये था।