मध्यप्रदेश : इंदौर के कुशवाहा नगर में एक सुमित्रा नाम की लड़की से पड़ोसी द्वारा मारपीट व मानसिक रूप से परेशान करने का मामला सामने आया है। पड़ोस के युवक वह परिवार पर आरोप लगाते हुए लड़की ने पुलिस थाना पर शिकायत दी है। वहां से जब सुमित्रा थाने शिकायत पहुंची, जिसके बाद पुलिस ने जैसे तैसे एफआईआर दर्ज कर ली है।

शिकायत देने वाली लड़की के माता-पिता दोंनो नहीं है वह अकेली रहती है इंदौर कुशवाहा नगर के एरिया की आरोप है कि पड़ोस का युवक लड़की को परेशान करता है। जब भी वह घर से बाहर निकलती है वह मारपिट करते है,पिछले एक साल से पार्किंग को लेकर दोनों पक्षों में काफी बहस हुई। इससे पहले भी कई बार दोनों में कहासुनी हो चुकी है। आरोपी ने परिवार सहित घर में घुस कर सुमित्रा को मारा इसके बाद सुमित्रा ने जिला इंदौर के थाना पर शिकायत दी थी। शिकायत अब पुलिस के पास पहुंची थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। मेरे द्वारा कहे शब्दों के अनुसार नहीं लिखी और आरोपियों पर हल्की धाराओं में केस दर्ज किया छोड़ दिया मामले की सही से जांच नहीं की जा रही है।
पीड़िता ने बताया की पुलिस उसके साथ अभद्रता करती है और सही से मामले के जाँच नहीं कर रही। आरोपी पक्ष रसूखदार होने की वजह से मामले की जांच में बढ़ाएं उत्पन्न कर रहा है लगता है पुलिस भी दबाव में काम कर रही है। सुमित्रा ने सरकार से लगाई मदद की गुहार।

क्या लिखा है पुलिस को दी शिकायत पत्र में : पुलिस आयुका कार्यालय, इन्दौर (म.प्र.) विषयः- मुझ प्रार्थीनी को आवेदन तरह-तरह से शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान व प्रताडित करने, गाली-गलौच करने, घर में घूसकर मारपीट करने, जातीसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए जान से मरने की धमकी एवं प्रकरण को वापस लेने हेतु दबाव बनाये जाने बाबद ।

उपरोक्त विषय में प्रार्थीनी सुमित्रा पिता स्व. रामदेव, निवासी 260/3, कुशवाह नगर, बाणगंगा, इंदौर की ओर से निवेदन है कि-
1. मैं प्रार्थीनी उपरोक्त पते पर अकेली निवास करती हूं। मेरे माता-पिता का पूर्व में कोरोना काल में ही स्वर्गवास हो चुका है। मुझ प्रार्थीनी के घर के सामने रहने वाले संतोष विश्वकर्मा, निर्मला विश्वकर्मा, अमित विश्वकर्मा आयेदिन मुझ प्राथर्थीनी के साथ किसी ना किसी बात को लेकर लड़ाई-झगडा, गाली-गलीच कर मेरे साथ मारपीट करते है मेरे साथ आयेदिन छेडछाड कर अपशब्दों का प्रयोग कर अश्लील बातें कहते हैं। मेरे घर के बाहर नर्मदा का पानी छोड देते है तो आयेदिन उनके वाहन मेरे घर के आगे खड़े कर देते है तथा मेरे विरोध करने पर मेरे साथ मारपीट करते है, मुझे मां-बहन की गंदी-गंदी गालियां देते है।

 

 

 

 

 

 

कुशवाहा नगर गली नंबर 3

2 मैं प्रार्थीनी बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती होकर जैसे-तैसे अपना भरण-पोषण करती हूं किन्तु मेरे अकेले होने का यह लोग फायदा उठाते है तथा मेरे साथ छेडछाड करते है

अश्लील शब्द कहते है तथा जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते है। इन लोगों के द्वारा इनके घर के कैमरे भी मेरे घर की तरफ कर रखते है तथा मुझे पर निरंतर नजर रखते है है। और मुझसे कहते है तेरा हर महीने रिकॉर्ड हमारे पास है तू कहां जाती है क्या करती हैं संतोष ने बोला हमें सब पता है तेरा रिकॉर्ड तुझे दिखाएं ऐसी धमकियां देते हैं।

3. क्या तुझे दिनांक 31/01/2024 को भी संतोष विश्वकर्मा उसकी पत्नि निर्मला विश्वकर्मा द्वारा मुझे कीचड भरी झाडू मार कर मां-बहन की गंदी गंदी गालिया दी गयी जब मैंने विरोध किया तो यह लोग जबरदस्ती मेरे घर में घूस आये तथा अमित विश्वकर्मा द्वारा जबरदस्ती मेरा हाथ पकड लिया तथा मुझे नीचे लिटाकर मेरे उपर खड़े होकर चाटा मारा और मेरे बाल खींचे। मुझे जैसे तैसे गली वालो ने अमित से छुडवाया तथा अमित विश्वकर्मा द्वारा मुझे धमकाया गया कि आज तो बच गयी है कभी भी तेरे साथ घटना कारित कर दूंगा तथा जाते जाते मुझे यह धमकी दी कि तुझे जान से खत्म कर दूंगा।

4. इसके पश्चात् मेरे द्वारा उक्त घटना की शिकायत पुलिस थाना बाणगंगा इन्दौर पर की गयी, परंतु मेरी रिपोर्ट नही लिखी. मेरे द्वारा सीएम हेल्पलाईन और एसपी आफिस में जाने के बाद रिपोर्ट दर्ज गई, जिस पर पुलिस द्वारा प्रथम सूचना रिपोर्ट क्रमांक 0173/2024 दिनांक 02/02/2024 अपराध धारा 452, 323, 294, 506, 34 भादंवि का पंजीबद्ध किया गया। जब मैंने पुलिसकर्मीयों से कहा कि आपने मेरे कहे अनुसार बातें नहीं लिखी है तो पुलिसकर्मीयों द्वारा मेरी कोई बात नहीं सुनी गयी तथा मात्र सामान्य धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध होने के कारण उक्त आरोपीगण को थाने से ही जमानत मिल गयी तथा जमानत मिलने के उपरांत से ही इन लोगों द्वारा मुझे निरंतर डराया व धमकाया जा रहा है तथा मेरे साथ कोई भी अप्रिय घटना घटित कर देने व जान से मारने की धमकियां दी जा रही है। यह लोग मुझे धमकाते है कि थाने में रिपोर्ट करके
सभी जगह से भटकने के बाद मेरी FIR जैसे-तैसे लिखी अविरत् 3 भी गई मो. बाणगंगा के पुलिस कमल किशोर नागर ने मेरा केस लिया जो एस आई पद पर कार्यरत है, सर ने मुझसे, मैने रिपोर्ट तो लिख दिया है पर आरोधी जेल नहीं जाएगा। और कमल किशोर जबरदस्ती मेरे किराएदार को भी परेशान करता है और मेरा किराएदार भी बहुत ज्यादा डर गया है। मेरे साथ याने बुलवाया व उसे धमकाकर 1 लाख रु. रिश्वत में माँगे उसके मना पर उसे मारा व लास्त में ३ हजार रु. लेकर छोड़ दिया। जिसका रिकॉर्ड भी मेरे किरायदार के पास है सुमित्रा ने बताया की मेरे पड़ोसी जो है दिनेश राठौर उनकी पत्नी श्याम राठौर यह मेरे साथ गवाही देने के लिए मेरे साथ गए आरोपियों ने तब भी सुमित्रा का पीछा किया और गवाहों को डरा धमका रहे हैं तथा पडोसी बेटे को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं।
तुने हमारा क्या बिगाड लिया किसी भी दिन तुझे निपटा देंगे। यह लोग मुझे यह भी धमकी देते हैं कि इनकी पुलिस व अन्य जगह काफी जान पहबान है तथा यह मेरी कहीं कोई सुनवाई नहीं होने देंगे तथा हर जगह पैसा फेंककर तमाशा देखेंगे।

5. इन लोगों के द्वारा दी जा रही धमकियों से में प्रार्थीनी काफी डर गयी हूं तथा मुझे आशंका है कि इन लोगों के द्वारा मेरे साथ कोई भी घटना दुर्घटना घटित की जा सकती है अथवा मेरी हत्या भी करवाई जा सकती है।

6 उक्त एफआईआर दर्ज होने के उक्त आरोपीगण के हौसले और भी बुलन्द हो गये एवं आये दिन मुझ प्रार्थीनी को प्रकरण को वापस लेने हेतु दबाव बनाया जा रहा है एवं प्रकरण वापस नहीं लेने पर मुझ प्रार्थी को उक्त आरोपीगण के द्वारा जाती सूचक शब्द सम्बोधित करते हुए कहते है कि हमारी पुलिस में बहुत पहचान है, कोई भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है पुलिस को हम जेब में रखते है, जिस कारण मैं प्रार्थी काफी मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताडित करते रहते है, जिस कारण मै प्रार्थी घर से बाहर भी नहीं निकल पा रही हूँ

अतः माननीय महोदय से विनम्र निवेदन है कि उक्त आवेदन पर गंभीरता से विचार करते हुए उक्त आरोपीगण के विरूद्ध योग्य कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करे एवं मुझ प्रार्थी की जानमाल की रक्षा की जावे। यही विनय है।
सुमित्रा ने बताया की अगर भविष्य में मुझे कुछ होता है इसके जिम्मेवार ये आरोपी पडोसी परिवार होगा। सुमित्रा ने सरकार से लगाई इंसाफ की गुहार।

 

 

 

 

           ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट