“विकसित मध्य प्रदेश की संकल्पना में एनजीओ की भूमिका“ में ”राज स्तरीय संवाद” का आयोजन संपन्न;
भोपाल-14@04@2024। मध्य प्रदेश की स्वयंसेवी संस्थाओं के साझा समूह यूएनजीओ द्वारा संविधान निर्माता, भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर “राज स्तरीय संवाद” का आयोजन किया। इसमें प्रदेश के गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की। यूएनजीओ समूह प्रमुख सतीश पुरोहित ने कहा कि– ” विकसित मध्य प्रदेश की संकल्पना स्वैच्छिक संस्थाओं के संवहनीय और सतत् प्रयासों से ही सरकार हो सकती है। सामुदायिक विकास के विभिन्न आयामों पर कार्य करने के लिए स्वयंसेवी संगठनों को अपनी कार्यशैली में परिवर्तन करते हुए शान आधारित परियोजनाओं के अलावा अपनी स्व परियोजनाएं क्षेत्र समूह और समय परिस्थिति अनुकूल तैयार करनी होगी तथा परियोजना की वह पूर्ति स्व प्रकल्पों के माध्यम से करना होगी तभी स्वयं से भी संस्थाएं आत्मनिर्भर होगी।आत्मनिर्भरता से ही विकास की संकल्पना पूर्ण होगी।”
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री विजय कुमार सोनी आयकर आयुक्त (इंग्ज़ेम्प्शन) तथा आयकर विभाग के आइ टी ओ (इंग्ज़ेम्प्शन) संतोष निगम द्वारा आयकर विभाग की एनजीओ में आवश्यक प्रावधानों एवं सी.एस.आर फंड की प्रक्रियाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। विषय विशेषज्ञों के रूप में डॉक्टर सुभाष सिंह पूर्व वैज्ञानिक सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड, डॉक्टर सुनील चतुर्वेदी पूर्व अध्यक्ष वाणी, श्री अमिताभ श्रीवास्तव संभागीय समन्वय जन अभियान परिषद्, एनजीओ के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म की उपयोगिता पर प्रिया आर्य, पर्यटन में महिलाओ को स्वरोजगार के अवसर पर डॉक्टर आलोक चौबे, सहित बच्चों एवं युवाओं में मानसिक रोग विषय पर एकता साहू ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में स्वागत भाषण यूएनजीओ अध्यक्ष एमपी शर्मा ने दिया। कार्यक्रम का संचालन मयंक शर्मा और आभार रघुनंदन विश्वकर्मा ने किया।
(सतीश पुरोहित)
यूएनजीओ समूह प्रमुख