चंडीगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के 24 वर्षीय पवन पाल, जो वर्तमान में चंडीगढ़ के रामदरबार 825 फेज टू में रहते हैं, ने जेन हेल्थ केयर कंपनी के मालिक आलोक भारद्वाज पर एक महीने की तनख्वाह न देने का आरोप लगाया है। पवन पाल ने दिसंबर 2023 से जून 2024 तक इस कंपनी में ऑपरेटर के पद पर काम किया था।
पवन ने बताया कि उन्होंने 100 नंबर पर पुलिस को शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मामले को रफा-दफा कर दिया और अभी तक उनकी सैलरी नहीं दिलवाई। उन्होंने कहा कि वे कंपनी में मेडिसिन कंप्रेशन और कोटिंग मशीन ऑपरेटर के रूप में कार्यरत थे, लेकिन उनके साथ अन्य कार्य जैसे झाड़ू-पोछा लगवाया जाता था।
पवन पाल ने आरोप लगाया कि उनके मालिक आलोक भारद्वाज गुस्से वाली प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और कंपनी में 14-15 साल के कई नाबालिग बच्चे भी काम कर रहे हैं।
पवन पाल का कहना है कि उन्होंने कई बार विनती की और अपने मालिक से सैलरी मांगी, लेकिन आलोक भारद्वाज ने उन्हें पैसे देने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, पवन को धमकी भी दी गई कि चाहे वह पुलिस, लेबर डिपार्टमेंट या प्रशासन से शिकायत करें, उन्हें सैलरी नहीं दी जाएगी।
पवन पाल अब चाहते हैं कि रामदरबार थाना उनकी शिकायत को दर्ज करे और उनकी बकाया सैलरी दिलाने में मदद करे। उन्होंने प्रशासन और पुलिस अधीक्षक जिला कलेक्टर को भी इसकी सूचना देने की बात कही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लेबर डिपार्टमेंट इस खबर पर उचित कार्रवाई करेगा ताकि भविष्य में किसी दूसरे की मेहनत का पैसा न रोका जा सके।
पवन का कहना है कि आलोक भारद्वाज जैसे लोग कई कर्मचारियों का पैसा हड़प चुके होंगे। इस स्थिति में पवन पाल ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है ताकि उन्हें न्याय मिल सके और उनकी सैलरी दिलाई जाए।
इस मामले में उचित कार्रवाई की जाए और पवन पाल को उनका हक मिल सके, यही उनकी मांग है।पवनपाल सैलरीविवाद चंडीगढ़ प्रशासनसेमदद आलोकभारद्वाज लेबरडिपार्टमेंट पुलिस मानसिकपरेशानी मीडियाअपील