दस दिन बाद दुनियाभर में योग दिवस मनाया जाएगा। उससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा है कि योग ने सांस्कृतिक और भौगोलिक सीमाओं को पार कर समग्र कल्याण की खोज में दुनिया भर में लाखों लोगों को एकजुट किया है। जैसे-जैसे हम इस वर्ष के योग दिवस के करीब आ रहे हैं, योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराना और दूसरों को भी इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रोत्साहित करना आवश्यक है।

आज से दस दिन बाद दुनियाभर में 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। इसे लेकर भारत के आयुष मंत्रालय के तहत अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा विशेष तैयारियाँ की जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आह्वान किया है कि सभी योग को अपनाएँ और इसके माध्यम से अपने जीवन में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी की दिशा में आगे बढ़ें। इस मौक़े पर उन्होंने योगाभ्यास का एक वीडियो सेट भी शेयर किया है।

पीएम मोदी ने किया आह्वान

पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा है कि ‘अब से दस दिनों में, दुनिया 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मनाएगी, जिसमें एकता और सद्भाव का जश्न मनाने वाली एक कालातीत प्रथा का जश्न मनाया जाएगा। योग ने सांस्कृतिक और भौगोलिक सीमाओं को पार कर समग्र कल्याण की खोज में दुनिया भर में लाखों लोगों को एकजुट किया है। जैसे-जैसे हम इस वर्ष के योग दिवस के करीब आ रहे हैं, योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराना और दूसरों को भी इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रोत्साहित करना आवश्यक है। योग शांति का अभयारण्य प्रदान करता है, जो हमें शांति और धैर्य के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाता है। योग दिवस के नजदीक आने के अवसर पर, मैं वीडियो का एक सेट साझा कर रहा हूं जो विभिन्न आसन और उनके लाभों पर मार्गदर्शन प्रदान करेगा। मुझे आशा है कि यह आप सभी को नियमित रूप से योगाभ्यास करने के लिए प्रेरित करेगा।’

इस तरह हुई अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरुआत

बता दें कि 27 सितंबर 2014 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ को लेकर प्रस्ताव रखा था। भारत द्वारा प्रस्तावित मसौदे को उस समय रिकॉर्ड 177 सदस्य देशों ने समर्थन दिया था। इसके बाद पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को दुनिया भर में मनाया गया। यूएनजीए में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि “योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। यह मन और शरीर की एकता, विचार और कार्य, संयम और पूर्ति, मनुष्य और प्रकृति के बीच सद्भाव, स्वास्थ्य के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का प्रतीक है। यह सिर्फ व्यायाम के बारे में नहीं है बल्कि स्वयं, दुनिया और प्रकृति के साथ एकात्म के भाव की खोज करने के बारे में भी है। अपनी जीवनशैली में बदलाव करके और चेतना पैदा करके, आइए हम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को अपनाने की दिशा में काम करें”। इस साल हम दसवाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने जा रहे हैं और एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वस्थ जीवनशैली के लिए सभी से इसे अपनाने का आग्रह किया है।