भोपाल: नर्मदा हस्पताल के आईसीयू में 22 वर्षीय विकास कुशवाहा जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। उसकी माँ, सुनीता कुशवाहा, का आरोप है कि पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज करने से इंकार कर दिया। पिपरिया विजनवाडा स्टेशन रोड थाना में शिकायत दर्ज कराने गए पर पुलिस ने कहा कि पहले इलाज करवाओ।
सुनीता के अनुसार, विकास नूडल्स और चौमिंग का ठेला लगाता है। 6 जून 2024 की रात करीब 10-11 बजे, जब वह अपनी मौसी के घर से लौट रहा था, तो राम नगर कॉलोनी, विजनवाड़ा में दीपक सेवाराम और जीतू सेवाराम ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। विकास दुकान बंद करके लौट रहा था जब दो लोगों ने उसे मोबाइल दुकान पर बुलाकर मोबाइल देने के लिए कहा। इस दौरान सुनीता ने विकास को खाना खाने के लिए बुलाया, लेकिन विकास ने कहा कि वह अपना मोबाइल लेकर आता है।
आईसीयू में जिंदगी और मौत से लड़ रहा विकास कुशवाहा
मोबाइल देने से इनकार करने पर दोनों व्यक्तियों ने विकास पर हमला कर दिया। अब वह आईसीयू में गंभीर हालत में है। सुनीता कुशवाहा ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। आरोपियों ने बीच बाजार में मौसी आरती और दीपक बलिराम को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया और आरती का मोबाइल तोड़ दिया।
दोनों आरोपियों ने विकास के मौसी-मौसी दीपक बलिराम और आरती पर भी किया जाने वाला
पीड़ित परिवार ने एसपी साहब को शिकायत पत्र सौंपा है और न्याय की अपील की है। घटना से क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है और लोग जल्द न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
ई खबर मीडिया के लिए हरियाणा ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट