दर्शन हो गए हैं। इससे पहले मंदिर के गर्भगृह में मोदी पहुंचे और उन्होंने प्राण-प्रतिष्ठा पूजा के लिए संकल्प लिया। फिर पूजा शुरू की। पीएम ने ही रामलला की आंख से पट्टी खोली और कमल का फूल लेकर पूजन किया। रामलला पीतांबर से सुशोभित हैं। उन्होंने हाथों में धनुष-बाण धारण किया है।

देश-विदेश से कई अतिथि पहुंचे हैं। इनमें संघ प्रमुख मोहन भागवत, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, मुकेश-नीता अंबानी, गौतम अडाणी, अमिताभ बच्चन, रजनीकांत शामिल हैं। पीएम नरेंद्र मोदी सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर अयोध्या पहुंचे। उधर, लालकृष्ण आडवाणी अयोध्या नहीं आए। पूजन के दौरान सेना के हेलिकॉप्टर से अयोध्या में पुष्प वर्षा की गई।

सोमवार सुबह समारोह की शुरुआत मंगल ध्वनि से हुई। सुबह 10 बजे से 18 राज्यों के 50 वाद्ययंत्र बजाए रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर बनाने वाले श्रमजीवियों से मुलाकात करेंगे। कुबेर टीला जाकर भगवान शिव का पूजन करेंगे।

अयोध्या के 126 गांवों के सूर्यवंशी ठाकुरों ने 500 साल बाद पगड़ी और चमड़े के जूते पहने। इन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा तक पगड़ी और चमड़े के जूते ना पहनने की शपथ खाई थी।

रामलला को सोने का कवच कुंडल, करधन माला पहनाई गई। मुकुट का वजन करीब 5 किलो बताया जा रहा है। भगवान के हाथ में सोने का धनुष बाण है।

राम मंदिर के गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजन-अर्चन कर रहे हैं। उनके ठीक बगल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत बैठे हैं।