जिला भोजपुर : पिरौ थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना 05/06/2023 को घटी जब एक ट्रक वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी, जिसमें दो लड़कों की जान चली गई। मृतकों में छोटू कुमार (उम्र 17 वर्ष) और श्यामदेव पासवान (उम्र 26 वर्ष) शामिल थे।
घटना के अनुसार, ट्रक की टक्कर से छोटू कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि श्यामदेव पासवान ने अंतिम सांस लेने के दौरान समय पर अस्पताल न पहुंच पाने के कारण दम तोड़ दिया। मृतकों के परिवार के सदस्य, राजेंद्र पासवान ने आरोप लगाया कि यदि पुलिस समय पर श्यामदेव को अस्पताल पहुंचा देती, तो शायद उनकी जान बच सकती थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने श्यामदेव को एंबुलेंस की बजाय टेंपो में अस्पताल भेजा, जिससे उन्हें समय पर चिकित्सा सहायता नहीं मिल सकी।
राजेंद्र पासवान ने यह भी दावा किया कि पुलिस ने नजदीकी अस्पताल के बजाय दूर के अस्पताल ले जाने का फैसला किया, जिसके कारण श्यामदेव पासवान की मौत हो गई।
राजेंद्र पासवान ने इस मामले में पुलिस से शिकायत दर्ज करवाई है और कार्रवाई की मांग की है, परंतु अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। दुर्घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना कैद हो गई थी। राजेंद्र पासवान ने कुछ दिनों बाद सीसीटीवी फुटेज की जांच करवाई और फुटेज में दो नंबर दिखे जिन्हें उन्होंने साइबर पुलिस थाने में शिकायत के साथ दर्ज किया। हालांकि, साइबर पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है
राजेंद्र पासवान ने बताया कि घटना स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे और फुटेज में ट्रक के दो नंबर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं – 9399 292917 और 9931 610841। इन नंबरों की सहायता से गुनहगार को पकड़ा जा सकता है, परंतु पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
राजेंद्र पासवान ने बताया कि पुलिस को इन नंबरों और सीसीटीवी फुटेज की जानकारी दी गई है, लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि पुलिस समय पर श्यामदेव पासवान को अस्पताल पहुंचा देती और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तुरंत कार्रवाई करती, तो शायद श्यामदेव की जान बचाई जा सकती थी।
राजेंद्र पासवान और उनके परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है और पुलिस से इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण गुनहगार अभी भी आज़ाद घूम रहे हैं और उनके परिवार को न्याय नहीं मिल पा रहा है। पुलिस से इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं। परिवार के सदस्यों और स्थानीय नागरिकों ने पुलिस प्रशासन से इस मामले में तत्परता दिखाने और दोषियों को पकड़ने की मांग की है।