उत्तर प्रदेश/ हरदोई: ग्राम मेढौवा , पोस्ट सुभान खेड़ा, थाना कासिमपुर, तहसील संडीला के निवासी जाकिर हुसैन ने ग्राम प्रधान पिंकी देवी और उनके पति आलोक कुमार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। जाकिर हुसैन का कहना है कि ग्राम प्रधान अवैध तरीके से ग्राम सभा की भूमि पर कब्जा कर रहे हैं और विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
जाकिर हुसैन के अनुसार, उन्होंने 2013 से अब तक कई बार उप जिलाधिकारी, जिलाधिकारी, थाना दिवस, जनता दरबार और 1076 जनसुनवाई में प्रार्थना पत्र दिए, लेकिन अभी तक कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत जो पैसे ग्राम विकास के लिए आए थे, वे प्रधान और उनके पति के खाते से निकाल लिए गए हैं, जबकि कार्य स्थल पर कोई भी कार्य पूरा नहीं हुआ है। पंचायत घर अधूरा पड़ा है, और तालाब खुदाई, वृक्षारोपण आदि कार्यों में भी सिर्फ कागजों पर ही काम हुआ है।
इसके अलावा, जाकिर हुसैन ने आरोप लगाया कि गांव की पशुचर, कब्रिस्तान, श्मशान घाट और धोबी घाट की जमीनों पर भी अवैध कब्जे किए जा रहे हैं। हेमनाथ, लालतू, बृजलाल, मुन्नीलाल, राजू आदि लोग इन जमीनों पर खेती कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान लेखपाल आदेश कुमार ने मौके की जांच करने के बजाय प्रधान के घर पर बैठकर कब्जाधारियों के पक्ष में रिपोर्ट तैयार की है।
पीड़ित जाकिर हुसैन ने मीडिया के माध्यम से सरकार से न्याय की गुहार लगाई है और मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर निवेदन किया है कि ग्राम सभा की जमीनों पर हो रहे अवैध कब्जों और भ्रष्टाचार की जांच उच्च अधिकारियों द्वारा कराई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जी के दावों के बावजूद अभी तक किसी भी उच्च अधिकारी ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया है।
जाकिर हुसैन ने प्रशासन से अपील की है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
क्या है पूरा मामला?
जाकिर हुसैन ने हरदोई में ग्राम प्रधान पर भ्रष्टाचार और अवैध कब्जे के लगाये गंभीर आरोप उत्तर प्रदेश, हरदोई ग्राम महुआ के निवासी जाकिर हुसैन ने ग्राम प्रधान पिंकी देवी और उनके पति आलोक कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हुसैन का कहना है कि प्रधान ने ग्राम सभा की भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा है और विकास कार्यों में भ्रष्टाचार किया है। मनरेगा के पैसे प्रधान और उनके पति के खाते से निकाल लिए गए हैं, जबकि कार्य आधे-अधूरे हैं। जाकिर ने मीडिया के माध्यम से सरकार से न्याय की गुहार लगाई है ।
जाकिर ने बताया कि उनके भाई के आवास का पैसा आया था, लेकिन प्रधान और सचिव ज्ञान सिंह ने दूसरे का जॉब कार्ड लगाकर पैसा निकालने की कोशिश की। रिश्वत न देने पर उनसे ₹20,000 की मांग की गई थी। जाकिर ने मीडिया के माध्यम से सरकार से न्याय की गुहार लगाई है और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उचित जांच की मांग की है।
ई खबर मीडिया के लिए ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट