पटियाला: पटियाला स्थित विशाल पेपर मिल में कार्यरत मोहम्मद हारुन (उम्र 26) और 200 से अधिक मजदूर पिछले दो महीने से अपने पेमेंट के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मोहम्मद हारुन, जो पिछले ढाई महीने से पेमेंट का इंतजार कर रहे हैं, ने ठेकेदार बिजेंदर से बार-बार अनुरोध किया, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
ठेकेदार की गड़बड़ी: बिजेंदर, जो पेपर मिल के ठेकेदार हैं, ने लेबर डिपार्टमेंट के अधिकारियों और मजदूरों से झूठ बोलकर उन्हें आश्वस्त किया कि पेमेंट 10 तारीख को मिलेगा। जब मामला मीडिया के सामने आया तो बिजेंदर ने स्वीकार किया कि उसने मजदूरों का पैसा अपनी बेटी की शादी के लिए निजी कामों में खर्च कर दिया। इस गड़बड़ी के कारण विशाल पेपर मिल की लेबर को समय पर भुगतान नहीं हो रहा है।
कंपनी का बयान: कंपनी के बड़े बाबू बल्लीऔर टंटू बाबू ने बताया कि विशाल पेपर मिल समय पर पेमेंट रिलीज करती है और ठेकेदार की गड़बड़ी के कारण ही मजदूरों को भुगतान नहीं मिल पाया है।
प्रशासन की चुप्पी: थाना डकाला के अधिकारियों ने बताया कि उनके पास अभी तक कोई पुलिस केस नहीं आया है, लेकिन अगर कोई शिकायत आएगी तो उचित कार्रवाई की जाएगी। लेबर डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने जांच के दौरान इस मामले में चुप्पी साध रखी है।
मजदूरों की दुर्दशा: पेमेंट न मिलने के कारण मजदूरों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है और उनकी स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। इस मामले में उचित कार्रवाई और मजदूरों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
इस खबर के विस्तार से सामने आने के बाद उम्मीद है कि प्रशासन और संबंधित विभाग जल्द से जल्द इस मामले में उचित कार्रवाई करेंगे और मजदूरों को न्याय मिलेगा।