युद्ध के बाद इजरायली सेना गाजा से हट जाएगी लेकिन निगरानी जारी रखेगी। इस बीच गाजा में इजरायल के हमले जारी हैं और ताजा हमलों में 100 लोग मारे गए हैं। वहां पर मृतक संख्या बढ़कर 30 हजार के करीब पहुंच गई है। अभी तक के युद्ध में करीब 70 हजार लोग घायल हुए हैं। युद्ध से पूर्व गाजा की आबादी करीब 23 लाख थी।

इजरायल ने साफ कर दिया है कि युद्ध की समाप्ति के बाद भी वह गाजा की गतिविधियों पर अपना परोक्ष नियंत्रण बनाए रखेगा। इसके तहत गाजा की रोजमर्रा की प्रशासनिक गतिविधियां और सुरक्षा उपाय उसकी निगरानी में रहेंगे।

इस आशय की कार्ययोजना शुक्रवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंत्रिमंडल के समक्ष रखी। यह कार्ययोजना उस अमेरिकी योजना के विरुद्ध है जिसमें गाजा का नियंत्रण फलस्तीन प्राधिकार को देने का प्रयास हो रहा है। यह प्राधिकार फिलहाल सीमित अधिकारों के साथ वेस्ट बैंक में प्रशासन संभाल रहा है।

गाजा में युद्धविराम के प्रयास के बीच नेतन्याहू ने इजरायल की भविष्य की योजना का प्रारूप सार्वजनिक किया है। इसमें साफ किया गया है कि इजरायल हमास के खात्मे के अपने लक्ष्य से बिल्कुल भी पीछे नहीं हटा है और भविष्य में गाजा की प्रशासनिक नियंत्रण व्यवस्था में किसी भी रूप में हमास को शामिल किए जाने के खिलाफ है।

युद्ध के बाद इजरायली सेना गाजा से हट जाएगी लेकिन निगरानी जारी रखेगी। इस बीच गाजा में इजरायल के हमले जारी हैं और ताजा हमलों में 100 लोग मारे गए हैं। वहां पर मृतक संख्या बढ़कर 30 हजार के करीब पहुंच गई है। अभी तक के युद्ध में करीब 70 हजार लोग घायल हुए हैं। युद्ध से पूर्व गाजा की आबादी करीब 23 लाख थी। वेस्ट बैंक में इजरायल के ड्रोन हमले में दो फलस्तीनियों के मारे जाने की सूचना है।

वेस्ट बैंक में 3,300 नए घर बनाएगा इजरायल

वेस्ट बैंक में फलस्तीनियों के हाल के हमलों को देखते हुए इजरायल वहां पर यहूदियों के 3,300 परिवारों को बसाएगा। उनके लिए इजरायल की 3,300 नए घर बनाने की योजना है। यह जानकारी इजरायल सरकार के मंत्री बेंजल मोट्रिच ने दी है।

विदित हो कि फलस्तीनियों की बहुलता वाले वेस्ट बैंक पर इजरायल ने कब्जा कर रखा है और वहां पर हजारों की संख्या में यहूदी परिवार भी बसा दिए हैं। इन परिवारों को इजरायली सुरक्षा बलों का समर्थन प्राप्त है। इजरायल के इस निर्णय पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने असहमित जताई है। उन्होंने कहा, वेस्ट बैंक में नए लोगों को बसाए जाने की योजना से उन्हें निराशा हुई है।